Mental Health Awareness week - मानसिक स्वास्थ्य क्या है? क्या आप भी इन मानसिक रोगों से परेशान रहते हैं?

Mental Health Awareness week - मानसिक स्वास्थ्य क्या है? क्या आप भी इन मानसिक रोगों से परेशान रहते हैं?

रोहित पाल  

मानसिक स्वास्थ्य क्या है-

कहते हैं न कि मन चंगा तो कठौती में गंगा। अगर आपका मानसिक स्वास्थ्य अगर ठीक हो आप स्वस्थ रहते हैं। लेकिन एक सवाल है कि आखिर मानसिक स्वास्थ्य क्या है? और यह इतना महत्वपूर्ण क्यों है, तो मैं आपको बता दूं कि मानसिक स्वास्थ्य हमारे भावनात्मक, मनोवैज्ञानिक और सामाजिक कार्यों पर निर्भर करता है। मानसिक स्वास्थ्य इससे भी प्रभावित होता है कि हम कैसे सोचते हैं। जीवन के साथ सामना करके कैसे काम करते हैं।

मानसिक स्वास्थ्य को अगर परिभाषित करें तो- मानसिक स्वास्थ्य एक ऐसी स्थिति है जिसमें किसी व्यक्ति को अपनी क्षमताओं का अहसास रहता है। जीवन के सामान्य तनावों का सामना कर सकता है, लाभकारी और उपयोगी रूप से काम कर सकता है और अपने समाज के प्रति योगदान करने में सक्षम होता है। वैसे हम मानसिक स्वास्थ्य को पूरी तरह से परिभाषित नहीं कर सकते हैं। मानसिक स्वास्थ्य जीवन के हर स्तर पर महत्वपूर्ण होता है, जैसा कि बचपन, किशोरावस्था और वयस्क अवस्‍था से लेकर जीवन के अंत तक।

मानसिक रोग क्या है-

मानसिक रोग, ऐसे विकार जो आपके व्यवहार, सोच और मनोदशा को प्रभावित करते हैं। मानसिक रोग के कई उदाहरण हैं- जैसी तनाव, चिंता। कभी-कभी इंसान किन्हीं कारणों की वजह से सामाजिक वातावरण से अपना तालमेल नहीं बिठा पाता है तो वह परेशान रहने लगता है और उसका व्यवहार असामान्य रहने लगता है। जिसे मनोवैज्ञानिकों के अनुसार मानसिक रोग भी कहते हैं।

अक्सर लोगों को मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित समस्याएं हो जाती हैं और धीरे-धीरे मानसिक बीमारी बन जाती हैं। मानसिक बीमारी धीरे-धीरे तनाव पैदा कर देती हैं और आपकी कार्य करने की क्षमता को प्रभावित करती हैं। अगर समय रहते इस पर ध्यान न दिया जाए तो मानसिक बीमारी आपको बहुत परेशान कर सकती है। और आपके दैनिक जीवन व दिनचर्या में समस्याएं पैदा कर सकती है, जिससे कि इसका सीधा प्रभाव आपके रिश्तों, काम और स्कूल पर पड़ता है।

मानसिक रोग के लक्षण क्या होते हैं ?

जैसा कि हमने बताया कि जब किसी का व्यवहार, विचार और सोच किसी वजह से प्रभावित हो उसे मानसिक विकार (मानसिक रोग) कहते हैं। इसके लक्षण इस प्रकार हैं:

उदास महसूस करना।

व्याकुल होना या ध्यान केंद्रित करने की क्षमता में कमी।

अत्यधिक भय या चिंताएं या अपराध की भावनाएं महसूस करना।

मनोदशा में अत्यधिक परिवर्तन।

दोस्तों और अन्य गतिविधियों से अलग एकाकी होते जाना।

थकान, कम ऊर्जा या सोने में समस्याएं।

वास्तविकता से अलग हटना (भ्रम), पागलपन या मतिभ्रम।

दैनिक समस्याओं या तनाव से निपटने में असमर्थता।

समस्याओं व लोगों और लोगों के बारे में समझने में समस्या।

शराब या नशीली दवाओं का सेवन।

खाने की आदतों में बड़े बदलाव।

कामेच्छा सम्बन्धी बदलाव।

अत्यधिक क्रोध या हिंसक व्यवहार।

आत्मघाती सोच।

मानसिक रोग के प्रकार-

वैसे तो मानसिक रोग कई प्रकार के होते हैं। कुछ रोगों के नाम इस प्रकार हैं।

बाइपोलर डिसआर्डर

अल्जाइमर रोग

डिमेंशिया (मनोभ्रंश)

पार्किंसन रोग

आटिज्म

डिस्लेक्सिया

एडीएचडी

डिप्रेशन (अवसाद)

तनाव

चिंता

लत्त सम्बन्धी विकार (जैसे शराब की लत, किसी और नशे की लत)  

मनोग्रसित बाध्यता विकार (Obsessive compulsive disorder)

पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रैस डिसऑर्डर (Post-Traumatic Stress Disorder)

याददाश्त खोना

कमजोर याददाश्त

भूलने की बीमारी

डर (फोबिया)

भ्रम (Delusion)

मतिभ्रम (Hallucination)

मानसिक रोग का आप पर प्रभाव तो पड़ेगा ही उसके आलावा आपके निजी जीवन में भी उथल-पुथल हो सकती है। हालांकि मानसिक विकार होना आम बात है और इसका उपचार भी उपलब्ध है।

 

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